माता ने हमें पुकारा है, यह हिन्दुस्थान हमारा है ॥ध्रु॥
जागो अपनी संस्कृति अपने, पूज्य राष्ट्र से प्रेम करो ।
इसके गत वैभव से अपने, युग का थोड़ा मेल करो ।
सोचो क्या यह वही प्रेम से, पूरित राष्ट्र हमारा है ॥१॥
राम यहीं पर, कृष्ण यहीं पर, और यहीं पर बुद्ध हुए ।
सीता-सावित्री-चेनम्मा, और यहीं पर पुरु हुए ।
गीता, मानस और वेद की, बहती पावन धारा है ॥२॥
ध्यान करो उनका जो हर पल, सीमा पर हैं डटे हुए ।
मातृभूमि की रक्षा में हैं, सीना ताने खड़े हुए ।
सोचो किनके वंशज हैं हम, क्या इतिहास हमारा है ॥३॥
वीर सपूतों देशवासियों, माँ ने हमें पुकारा है ।
माता ने हमें पुकारा है, यह हिन्दुस्थान हमारा है ॥
!! भारत माता की जय !!
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